गोरोचन की सहायता से इस यंत्र को भोजपत्र पर लिखें और शहद से भरे हुए पात्र में डाल दें. ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। ‘‘ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।’’ While it necessitates clarity of intention and https://donovanmhbum.activosblog.com/32819304/a-secret-weapon-for-mahakal