ॐ गुरु जी कहे, चेला सुने, सुन के मन में गुने, नव ग्रहों का मंत्र, जपते पाप काटेंते, जीव मोक्ष पावंते, रिद्धि सिद्धि भंडार भरन्ते, ॐ आं चं मं बुं गुं शुं शं रां कें चैतन्य नव्ग्रहेभ्यो नमः जो जो हनुमंत धगधजित फलफलित आयुराष: खरूराह ॐ वज्र मुस्ठी वज्र किवाड़। https://vashikaran85183.fitnell.com/76586706/the-greatest-guide-to-kali